स्वस्थ होकर जाते मरीज़ के दिल से निकली दुआ : #MusicToMyEars
धड़कानों की धुन पर गुनगुनाती फिर से कोई ज़िंदगी,
जैसे ख़ुशियों में डूबे कोई दिल, जो था कभी ग़मज़दा ;
रूखे से लब थिरकते हों फिर ख़ुशी से मिलकर जैसे,
रोम-रोम हो जाए स्वस्थ और हर मर्ज़ ले विदा ;
भावुक मन और नम आँखें , करती हों जैसे इलतज़ा,
मीठी सी मुस्कान काँपती आवाज़ में करें जैसे शुक्रिया अदा ;
हो भाव विभोर ये तन और मन, के कानों में है संगीत,
और क़ुबूल हो जिसकी दुआ, ये रूह जैसे वो आबिदा…
ये रूह जैसे वो आबिदा…
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This post is a part of Write Over the Weekend, an initiative for Indian Bloggers by BlogAdda. This week’s WOW prompt is – ‘Music To My Ears’.
True
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☺
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